पंख होते तो उडी जाती नन्दी बाबा के व्दारे घुमड घुमड मोरा जीयरा रोए बहे दूध की धारा पंख होते तो उडी जाती नन्दी बाबा के व्दारे घुमड घुमड मोरा जीयरा रोए बहे दूध की...
जानवर इंसान बन गया या जानवर में इसान जिंदा हो रहा। जानवर इंसान बन गया या जानवर में इसान जिंदा हो रहा।
तुमसे दिल्लगी का बेवफा तुमने क्या खूब सिला दिया।। तुमसे दिल्लगी का बेवफा तुमने क्या खूब सिला दिया।।
संघर्ष ही जीवन है... संघर्ष ही जीवन है...
प्यार से भरदो झोली खिलने दो नादान कलियाँ। प्यार से भरदो झोली खिलने दो नादान कलियाँ।
ढल जाती है हर सांचे में ऐसी मुलायम मिट्टी है। ढल जाती है हर सांचे में ऐसी मुलायम मिट्टी है।